BHARAT NCAP Program : भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत एनसीएपी (NCAP) नामक प्रोग्राम की शुरुआत की है। इस प्रोग्राम के तहत, भारत में निर्मित गाड़ियों की सुरक्षा रेटिंग का मूल्यांकनअब भारत में ही किया जाएगा। यह प्रोग्राम 22 अगस्त को शुरू किया गया है। इससे भारत दुनिया में पांचवा देश बन गया है जो अपनी स्वयं की सुरक्षा रेटिंग लागू करता है।
भारत NCAP के तहत ,भारत में बनाये जाने वाली गाड़ियों को मार्किट में लाने से पहले , उन्हें क्रैश करके जांचा जायेगा और सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी। इससे पहले, भारत में बेची जाने वाली सभी गाड़ियों की सुरक्षा रेटिंग के लिए विदेशी संस्थानों पर निर्भर करना पड़ता था। लेकिन अब यह स्वदेशी गाड़ियों के सेफ्टी रेटिंग के लिए विदेशी संस्थानों पर निर्भर रहने की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत एनसीएपी प्रोग्राम गाड़ियों की सुरक्षा मानकों पर आधारित है और कंपनियों को उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
नितिन गडकरी ने अपने बयान में बताया की कि यह NCAP देश के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और समाज के लिए महत्वपूर्ण है। भारत एनसीएपी प्रोग्राम की शुरुआत के साथ ही , उन्हें अलग अलग कंपनियों के 30 गाड़ियों के क्रैश टेस्ट का आवेदन आ चूका है। Nitin Gadkari जी ने यह भी कहा की कार सुरक्षा के साथ-साथ सड़क इंजीनियरिंग भी एक बड़ी समस्या है, जिसका उनके मंत्रालय द्वारा त्वरित समाधान होगा।
सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर भी मंत्री जी ने ध्यान दिया। उनके अनुसार, भारत में दो प्रमुख समस्याएँ हैं – पहली है सड़क दुर्घटनाएँ और दूसरी है वायु प्रदूषण। प्रति वर्ष देश में 5 लाख सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं और इसके कारण लगभग 1.5 लाख लोगों की मौके पर मौत हो जाती है। इससे अनुसार हर दिन औसतन 1100 सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं और इसमें से 400 लोग मर जाते हैं। इसके कारण ही भारत ने अपने न्यू ऑटोमोबाइल असेसमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की है, इसे 1अक्टूबर 2023 से लागू किया जाएगा।